पदार्थ की चतुर्थ अवस्था एक उच्च आयनित गैस है जिसमें मुक्त इलेक्ट्रॉनों की संख्या धनात्मक आयनों की संख्या के समान रहती है। ये तारों के वातावरण में तथा ताप नाभिकीय अभिक्रियाओं में पाया जाता है।