कार्बोलिक अम्ल के द्वारा पिक्रिक अम्ल का निर्माण कार्बोलिक अम्ल को सान्द्र नाइट्रिक अम्ल या सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर होता है।
कार्बोलिक अम्ल के द्वारा पिक्रिक अम्ल का निर्माण कैसे होता है?
कार्बोलिक अम्ल को सान्द्र नाइट्रिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।
कार्बोलिक अम्ल को सान्द्र फेनोलिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।
कार्बोलिक अम्ल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।
फिनॉल के द्वारा पिक्रिक अम्ल का निर्माण कैसे होता है?
फिनॉल के द्वारा पिक्रिक अम्ल का निर्माण फिनॉल को सान्द्र नाइट्रिक अम्ल या सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर होता है।
फिनॉल को सान्द्र नाइट्रिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।
फिनॉल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।
फेनोलिक अम्ल के द्वारा पिक्रिक अम्ल का निर्माण कैसे होता है?
फेनोलिक अम्ल के द्वारा पिक्रिक अम्ल का निर्माण फेनोलिक अम्ल को सान्द्र नाइट्रिक अम्ल या सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर होता है।
फेनोलिक अम्ल को सान्द्र नाइट्रिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।
फेनोलिक अम्ल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।
बेन्जेनॉल के द्वारा पिक्रिक अम्ल का निर्माण कैसे होता है?
बेन्जेनॉल के द्वारा पिक्रिक अम्ल का निर्माण बेन्जेनॉल को सान्द्र नाइट्रिक अम्ल या सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर होता है।
बेन्जेनॉल को सान्द्र नाइट्रिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।
बेन्जेनॉल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल से नाइट्रीकृत करने पर पिक्रिक अम्ल का निर्माण होता है।