दो असममित कार्बन परमाणु वाले यौगिक के प्रकाशिक समावयवियों की सम्भव संख्या 4 है।
दो असममित कार्बन परमाणु वाले यौगिक के प्रकाशिक समावयवियों की सम्भव संख्या कितनी है?
प्रकाशिक समावयवी जो एक-दूसरे का दर्पण-प्रतिबिम्ब नहीं होते हैं, उसे क्या कहते है?
प्रकाशिक समावयवी जो एक-दूसरे का दर्पण-प्रतिबिम्ब नहीं होते हैं, उसे डायस्टीरियो-समावयवी (diastereo isomers) कहते है।