यंग के द्विक-रेखा छिद्र (YDSE) प्रयोग में, दो स्लिटें 0.1 मिमी से पृथक् हैं तथा पर्दे से उनकी दूरी 0.5 मी है। प्रयुक्त प्रकाश की तरंगदैर्ध्य 5000Å हैं। 7वीं दीप्त तथा 11वीं अदीप्त फ्रिन्ज की दूरी 8.75 मिमी होगा।
यंग के द्विक-रेखा छिद्र (YDSE) प्रयोग में, दो स्लिटें 0.1 मिमी से पृथक् हैं तथा पर्दे से उनकी दूरी 0.5 मी है। प्रयुक्त प्रकाश की तरंगदैर्ध्य 5000Å हैं। 7वीं दीप्त तथा 11वीं अदीप्त फ्रिन्ज की दूरी कितनी होगी?
यंग के प्रयोग में प्रकाश की तरंगदैर्ध्य एक स्लिट से पर्दे के बीच की दूरी स्थिर रखते हुए यदि दोनों स्लिट S1 एवं S2 के बीच की दूरी आधीर कर दें, तो फ्रिन्ज की चौड़ाई कैसी हो जाएगी?
यंग के प्रयोग में प्रकाश की तरंगदैर्ध्य एक स्लिट से पर्दे के बीच की दूरी स्थिर रखते हुए यदि दोनों स्लिट S1 एवं S2 के बीच की दूरी आधीर कर दें, तो फ्रिन्ज की चौड़ाई दोगुनी हो जाएगी।