क्लोरीन की इलेक्ट्रॉन बन्धुता का मान फ्लोरीन से अधिक होता है क्योंकि फ्लोरीन में प्रभावी अन्तर-इलेक्ट्रॉनिक प्रतिकर्षण होता है।
फ्लोरीन की इलेक्ट्रॉन बन्धुता का मान क्लोरीन से कम होने का कारण इसमें उपस्थित प्रभावी अन्तर-इलेक्ट्रॉनिक प्रतिकर्षण है।