प्रो. कीन्स के अनुसार ‘ब्याज (Interest)’ क्या है?
प्रो. कीन्स के अनुसार ब्याज वह पारितोषण है, जो लोगों को अपना धन अपसंचित मुद्रा को छोड़कर अन्य किसी रूप में रखने के लिए चुकाया जाता है।