कॉपर (I) सायनाइड के द्वारा फेनिल सायनाइड कैसे प्राप्त होता है?
कॉपर (I) सायनाइड के द्वारा फेनिल सायनाइड क्लोरोबेन्जीन को कॉपर (I) सायनाइड के साथ क्रिया कराने पर प्राप्त होता है।
क्लोरोबेन्जीन के द्वारा फेनिल सायनाइड कैसे प्राप्त होता है?
क्लोरोबेन्जीन के द्वारा फेनिल सायनाइड क्लोरोबेन्जीन को कॉपर (I) सायनाइड के साथ क्रिया कराने पर प्राप्त होता है।
क्लोरोबेन्जीन को कॉपर (I) सायनाइड के साथ क्रिया कराने पर फेनिल सायनाइड प्राप्त होता है।
क्लोरोबेन्जीन को पिरिडिन के साथ 250°C पर क्रिया कराने पर फेनिल सायनाइड प्राप्त होता है।
पिरिडिन के द्वारा फेनिल सायनाइड कैसे प्राप्त होता है?
पिरिडिन के द्वारा फेनिल सायनाइड क्लोरोबेन्जीन को पिरिडिन के साथ 250°C पर क्रिया कराने पर प्राप्त होता है।