जिंक सल्फाइड का पृथक्करण विद्युत स्थैतिक सान्द्रण विधि द्वारा होता है।
लेड सल्फाइड का पृथक्करण विद्युत स्थैतिक सान्द्रण विधि द्वारा होता है।
लेड सल्फाइड तथा जिंक सल्फाइड को विद्युत स्थैतिक सान्द्रण विधि द्वारा पृथक् किया जाता है।
विद्युत स्थैतिक सान्द्रण (Electrostatic concentration) अयस्क सान्द्रण की एक प्रक्रिया है जिसमें कणों को उनके विद्युत आवेशों के आधार पर पृथक् किया जाता है …
विद्युत स्थैतिक सान्द्रण (Electrostatic concentration) क्या है?
विद्युत स्थैतिक सान्द्रण इस तथ्य पर आधारित है कि जो कण विद्युत के सुचालक होते हैं, विद्युत् क्षैत्र के प्रभाव में विद्युत आवेशित हो जाते हैं और समान आवेश वाले इलेक्ट्रोड द्वारा प्रतिकर्षित किए जाते है।
विद्युत स्थैतिक सान्द्रण किस तथ्य पर आधारित है?
विद्युत स्थैतिक सान्द्रण विधि द्वारा किसका सान्द्रण होता है?
विद्युत स्थैतिक सान्द्रण विधि द्वारा लेड सल्फाइड तथा जिंक सल्फाइड का सान्द्रण होता है।