किसी कुण्डली में फ्लक्स ϕ = 6t² – 5t + 1 के अनुसार परिवर्तित होते हैं, तो 0.25 सेकण्ड पर प्रेरित वैद्युत धारा का मान 0.2 ऐम्पियर होगा, यदि कुण्डली का प्रतिरोध 10 ओम हो।
किसी कुण्डली में फ्लक्स ϕ = 6t² – 5t + 1 के अनुसार परिवर्तित होते हैं, तो 0.25 सेकण्ड पर प्रेरित वैद्युत धारा का मान क्या होगा?
कौन-सी युक्ति वैद्युत धारा के मार्ग में वाल्व की तरह कार्य करती है?
डायोड वाल्व युक्ति वैद्युत धारा के मार्ग में वाल्व की तरह कार्य करती है।
वह युक्ति जो वैद्युत धारा के मार्ग में वाल्व की तरह कार्य करती है, उस युक्ति को क्या कहते है?
वह युक्ति जो वैद्युत धारा के मार्ग में वाल्व की तरह कार्य करती है, उस युक्ति को डायोड वाल्व कहते है।
वैद्युत धारा जिसका परिमाण समय के साथ परिवर्तित होता है तथा दिशा आवर्त रूप से उत्क्रमित होती है, उसे क्या कहते है?
वैद्युत धारा जिसका परिमाण समय के साथ परिवर्तित होता है तथा दिशा आवर्त रूप से उत्क्रमित होती है, उसे प्रत्यावर्ती धारा (Alternating current) कहते है।