संक्रमण धातु

अधिकतम् चुम्बकीय आघूर्ण प्रदर्शित करने वाले संक्रमण धातु आयन का बाह्यतम इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 3d5 होगा।

अयुग्मित d-इलेक्ट्रॉन होने के कारण संक्रमण धातु कैसे होते है?

अयुग्मित d-इलेक्ट्रॉन होने के कारण संक्रमण धातु रंगीन होते है।

एक संक्रमण धातु की अधिकतम ऑक्सीकरण अवस्थाएँ ns + (n – 1)d इलेक्ट्रॉनिक विन्यास से प्राप्त होती है।

संक्रमण धातु अयुग्मित d-इलेक्ट्रॉन के कारण रंगीन होते है।

संक्रमण धातु किस कारण रंगीन होते है?

संक्रमण धातु के परिवर्ती संयोजकता प्रदर्शित करने का कारण इनमें उपस्थित रिक्त d कक्षक है।

संक्रमण धातु के परिवर्ती संयोजकता प्रदर्शित करने का कारण क्या है?

संक्रमण धातु कैसा लवण बनाते है?

संक्रमण धातु परिवर्ती संयोजकता क्यों प्रदर्शित करते है?

संक्रमण धातु परिवर्ती संयोजकता प्रदर्शित करते है क्योंकि इनमें रिक्त d कक्षक उपस्थित होते है।

संक्रमण धातु रंगीन क्यों होते है?

संक्रमण धातु रंगीन लवण बनाते है।

संक्रमण धातु रंगीन होते है क्योंकि इनमें अयुग्मित d-इलेक्ट्रॉन उपस्थित होते है।

संक्रमण धातुओं का परिष्करण किस विधि द्वारा होता है?

संक्रमण धातुओं का परिष्करण वॉन-अर्कल विधि द्वारा होता है।

संक्रमण धातुओं का शोधन किस विधि द्वारा होता है?

संक्रमण धातुओं का शोधन वॉन-अर्कल विधि द्वारा होता है।

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