व्यतिकरण की वह घटना जिसमें तरंगें समान कला में मिलती है, उस घटना को संपोषी व्यतिकरण (constructive interference) कहते है।
व्यतिकरण की वह घटना जिसमें प्रकाश की तीव्रता अधिकतम होती है, उस घटना को संपोषी व्यतिकरण (constructive interference) कहते है।
व्यतिकरण की वह घटना जिसमें प्रकाश की तीव्रता ज्यादा होती है, उस घटना को संपोषी व्यतिकरण (constructive interference) कहते है।
व्यतिकरण की वह परिघटना जिसमें तरंगें समान कला में मिलती है अर्थात् प्रकाश की तीव्रता अधिकतम होती है, उस परिघटना को संपोषी व्यतिकरण (constructive interference) कहते है।
संपोषी व्यतिकरण …
संपोषी व्यतिकरण (constructive interference) किसे कहते हैं?
संपोषी व्यतिकरण (constructive interference) किसे कहते है?
संपोषी व्यतिकरण (constructive interference) व्यतिकरण की उस परिघटना को कहते है जिसमें तरंगें समान कला में मिलती है अर्थात् प्रकाश की तीव्रता अधिकतम होती है।
संपोषी व्यतिकरण (constructive interference) व्यतिकरण की वह घटना है जिसमें तरंगें समान कला में मिलती है अर्थात् प्रकाश की तीव्रता अधिकतम होती है।
संपोषी व्यतिकरण के लिए पथान्तर λ/2 का सम गुणक होना चाहिए।
संपोषी व्यतिकरण के लिए पथान्तर का मान λ/2 का सम गुणक होना चाहिए।
संपोषी व्यतिकरण के लिए पथान्तर का मान कितना होना चाहिए?