समद्विपार्श्विक पत्ती की पर्ण मध्योतक खम्भ तथा स्पंजी तक में भिन्नित नहीं होता। पर्ण मध्योतक की कोशिकाएँ समव्यासी तथा क्लोरोफील युक्त होती है पर्ण मध्योतक के बीच में कम अन्तराकोशिकीय अवकाश होता है।
समद्विपार्श्विक पत्ती की बाह्य त्वचा क्या है?
समद्विपार्श्विक पत्ती की बाह्य त्वचा पौधों में स्थित दोनों सतहों पर एक कोशिका मोटी, उपत्वचा तथा रन्ध्र युक्त परत है। पौधों में उपस्थित बुलीफॉर्म कोशिकाएँ का कार्य वाष्पोत्सर्जन की दर को कम करना हैं।