कार्बोलिक अम्ल के द्वारा साइक्लोहेक्सेन का निर्माण कार्बोलिक अम्ल को निकल की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकरण क्रिया में 150 से 200 °C ताप पर गर्म करने पर होता है।
कार्बोलिक अम्ल के द्वारा साइक्लोहेक्सेन का निर्माण कैसे होता है?
कार्बोलिक अम्ल को निकिल की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकरण क्रिया में 150 से 200 °C ताप पर गर्म करने पर साइक्लोहेक्सेन का निर्माण होता है।
फिनॉल के द्वारा साइक्लोहेक्सेन का निर्माण कैसे होता है?
फिनॉल के द्वारा साइक्लोहेक्सेन का निर्माण फिनॉल को निकल की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकरण क्रिया में 150 से 200 °C ताप पर गर्म करने पर होता है।
फिनॉल को निकल की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकरण क्रिया में 150 से 200 °C ताप पर गर्म करने पर साइक्लोहेक्सेन का निर्माण होता है।
फेनोलिक अम्ल के द्वारा साइक्लोहेक्सेन का निर्माण कैसे होता है?
फेनोलिक अम्ल के द्वारा साइक्लोहेक्सेन का निर्माण फेनोलिक अम्ल को निकल की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकरण क्रिया में 150 से 200 °C ताप पर गर्म करने पर होता है।
फेनोलिक अम्ल को निकिल की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकरण क्रिया में 150 से 200 °C ताप पर गर्म करने पर साइक्लोहेक्सेन का निर्माण होता है।
बेन्जेनॉल के द्वारा साइक्लोहेक्सेन का निर्माण कैसे होता है?
बेन्जेनॉल के द्वारा साइक्लोहेक्सेन का निर्माण बेन्जेनॉल को निकल की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकरण क्रिया में 150 से 200 °C ताप पर गर्म करने पर होता है।
बेन्जेनॉल को निकिल की उपस्थिति में हाइड्रोजनीकरण क्रिया में 150 से 200 °C ताप पर गर्म करने पर साइक्लोहेक्सेन का निर्माण होता है।