कैल्सीफेरॉल की कमी से शरीर में उपस्थित अस्थियाँ या हड्डिया कमजोर हो जाती है जिससे शरीर की माँसपेशियों में दर्द, दाँतों में सड़न एवं रिकेट्स एवं ऑस्टियोमैलेसिया रोग उत्पन्न हो जाते है।
टूटी हड्डियों की जाँच करने के लिए X-किरणें प्रयुक्त की जाती है।
टूटी हड्डियों की जाँच करने के लिए कौन-सी वैद्युत-चुम्बकीय तरंगें प्रयुक्त की जाती है?
विटामिन-D की कमी से शरीर में उपस्थित अस्थियाँ या हड्डिया कमजोर हो जाती है जिससे शरीर की माँसपेशियों में दर्द, दाँतों में सड़न एवं रिकेट्स एवं ऑस्टियोमैलेसिया रोग उत्पन्न हो जाते है।
शरीर की हड्डियों की जाँच करने के लिए किस किरण का उपयोग किया जाता है?
शरीर में टूटी हड्डियों की जाँच करने के लिए X-किरण का उपयोग किया जाता है।
शरीर में टूटी हड्डियों की जाँच करने के लिए किस किरण का उपयोग किया जाता है?
हड्डियों की जाँच करने के लिए X-किरणें प्रयुक्त की जाती है।