मच्छीवाड़ा का युद्ध 15 मई, 1555 ई० में लड़ा गया था।
सरहिन्द का युद्ध जून 1555 ई० में हुआ था।
हुमायूँ का भारत पर पुनः अधिकार 1555 ईसवी में हुआ था।
हुमायूँ दोबारा दिल्ली की गद्दी पर 23 जुलाई, 1555 ई० को बैठा था।
हुमायूँ ने लाहौर पर कब्जा 1555 ई० में किया था।
हुमायूँ ने सरहिन्द जीतने के बाद अकबर को युवराज 1555 ई० में घोषित किया था।