40 स्टैट कूलॉम बिन्दु आवेश से 2 सेमी की दूरी पर भू-संयोजित धातु की बड़ी प्लेट रखी गई है, तो बिन्दु आवेश पर लगने वाला आकर्षण बल 100 डाइन होगा।
40 स्टैट कूलॉम बिन्दु आवेश से 2 सेमी की दूरी पर भू-संयोजित धातु की बड़ी प्लेट रखी गई है, तो बिन्दु आवेश पर लगने वाला आकर्षण बल कितना होगा?
आकर्षण बल क्या है?
आकर्षण बल वह बल है जिसमें एक पदार्थ दूसरे पदार्थ को आकर्षित करता है।
किसी आवेश के चारों ओर वह क्षेत्र जिसमें एक अन्य आवेश को रखने पर प्रतिकर्षण एवं आकर्षण बल का अनुभव किया जाता है, उस क्षेत्र को वैद्युत क्षेत्र (Electric Field) कहते है।
किसी आवेश के चारों ओर वह क्षेत्र जिसमें एक अन्य आवेश को रखने पर प्रतिकर्षण एवं आकर्षण बल का अनुभव किया जाता है, उसे क्या कहते है?
किसी आवेश के चारों ओर वह क्षेत्र जिसमें एक अन्य आवेश को रखने पर प्रतिकर्षण एवं आकर्षण बल का अनुभव किया जाता है, उसे वैद्युत क्षेत्र (Electric Field) कहते है।
गुरूत्व (force due to gravity) गुरूत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी की प्रत्येक वस्तु पर आरोपित आकर्षण बल है, जिसकी दिशा सदैव पृथ्वी की ओर होती है।
गुरूत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी की प्रत्येक वस्तु पर आरोपित आकर्षण बल को क्या कहते है?
गुरूत्वाकर्षण के कारण पृथ्वी की प्रत्येक वस्तु पर आरोपित आकर्षण बल को गुरूत्व (force due to gravity) कहते है।
जब आकर्षण बल, प्रतिकर्षण बल से अधिक होता है, तब कौन-सा बन्ध बनता है?
जब आकर्षण बल, प्रतिकर्षण बल से अधिक होता है, तब रासायनिक बन्ध बनता है।
दो अणुओं के मध्य की वह दूरी जिससे अणुओं के मध्य का आकर्षण बल शून्य हो जाता है, उसे क्या कहते है?
दो अणुओं के मध्य की वह दूरी जिससे अणुओं के मध्य का आकर्षण बल शून्य हो जाता है, उसे साम्य दूरी कहते है।
बुध ग्रह सूर्य के चारों ओर सूर्य के गुरूत्वीय आकर्षण बल के कारण घूमता है।
ब्रह्माण्ड में किन्ही दो पिण्डों के बीच कार्य करने वाले आकर्षण बल को ‘गुरुत्वाकर्षण बल’ कहते हैं।
यदि गैस का आयतन V और उसमें अणुओं की संख्या n हो, तो अन्तराण्विक आकर्षण बल के कारण दाब में न्यूनता किसके अनुक्रमानुपाती होगी?
यदि दो तारों में धारा समान दिशा में बह रही है, तो उनमें आकर्षण बल उत्पन्न होगा।
यौगिकों के परमाणुओं, आयनों या अणुओं के बीच एक स्थायी आकर्षण बल जिसके कारण परमाणु एक दुसरे से जुड़े रहते है, उस बल को क्या कहते है?
रासायनिक बन्ध (chemical bond) यौगिकों के परमाणुओं, आयनों या अणुओं के बीच एक स्थायी आकर्षण बल को कहते है जिसके कारण परमाणु एक दुसरे से जुड़े रहते है।
रासायनिक बन्ध तब बनता है जब आकर्षण बल, प्रतिकर्षण बल से अधिक होता है।
वृहस्पति ग्रह सूर्य के चारों के ओर सूर्य के गुरूत्वीय आकर्षण बल के कारण घूमता है।
शुक्र ग्रह सूर्य के चारों ओर सूर्य के गुरूत्वीय आकर्षण बल के कारण घूमता है।
साम्य दूरी दो अणुओं के मध्य की उस दूरी को कहते है जिससे दोनों अणुओं के मध्य आकर्षण बल शून्य हो जाता है।