आर्थिक वनस्पति विज्ञान के अन्तर्गत पौधों से प्राप्त विभिन्न उपयोगी वस्तुओं तथा पदार्थों का अध्ययन किया जाता है।
पूर्ववर्ती योजना आयोग को ‘आर्थिक मंत्रिमण्डल’ अशोक चन्द्रा ने बताया था।
पौधों से प्राप्त विभिन्न उपयोगी वस्तुओं तथा पदार्थों के अध्ययन को आर्थिक वनस्पति विज्ञान कहते है।
भारत में आर्थिक नियोजन 01 अप्रैल, 1951 ई0 को प्रारम्भ हुआ था।
भारत में नियोजित आर्थिक विकास का शुभारम्भ 1951 ई0 में हुआ था।
संगम युग में भौगोलिक क्षेत्र कुरिंजी (पर्वत) की आर्थिक गतिविधियां आखेट एवं संग्रहण थी।