कलिंग युद्ध के भीषण रक्तपात को देखकर अशोक का हृदय काँप उठा और उसने भविष्य में अहिंसा की नीति को अपनाने की ठानी थी।
जैन धर्म का सबसे महत्तवपूर्ण सिद्धान्त अहिंसा था।
त्रिरत्न के अनुशीलन में पांचों महाव्रतों का नाम अहिंसा, सत्य वचन, अस्तेय, अपरिग्रह एवं ब्रह्माचर्य है।
भागवत सम्प्रदाय का प्रमुख तत्व भक्ति एवं अहिंसा है।
भागवत सम्प्रदाय में अहिंसा का अर्थ किसी जीव का वध न करना है।
महात्मा गांधी जी की दृष्टि में ‘अहिंसा’ का अर्थ सत्य की प्राप्ति का रास्ता था।
महात्मा गांधी जी की दृष्टि में ‘अहिंसा’ का क्या अर्थ था?