इलाहाबाद की सन्धि (1765 ई०) के अनुसार बादशाह शाहआलम द्वितीय ने बीस लाख रुपये वार्षिक पेंशन के बदले बिहार एवं बंगाल की दीवानी अंग्रेजों को दी थी।