अपभ्रंश शैली’ चित्रकला की प्रमुख शैलियों में से एक है।
चित्रकला की शैलियों में प्रमुख शैली पाल शैली, पटचित्र, गुजरात शैली, अपभ्रंश शैली, जैन शैली, मेवाड़ शैली, राजपूत शैली, किशनगढ़ शैली, दक्कन शैली, कोटा-बूंदी शैली आदि है।
जैनेत्तर ग्रन्थों के चित्रों की शैली को अपभ्रंश शैली कहा गया है।
जैनेत्तर ग्रन्थों के चित्रों की शैली को किसने अपभ्रंश शैली कहा है?
जैनेत्तर ग्रन्थों के चित्रों की शैली को राय कृष्णदास ने अपभ्रंश शैली कहा है।