अपचायी ट्रांसफॉर्मर उस ट्रांसफॉर्मर को कहते है जिसमें उपस्थित द्वितियक कुण्डली में फेरों की संख्या प्राथमिक कुण्डली में फेरों की संख्या से कम होती है।
अपचायी ट्रांसफॉर्मर का कार्य क्या है?
अपचायी ट्रांसफॉर्मर किसे कहते हैं?
अपचायी ट्रांसफॉर्मर के लिए परिणमन अनुपात का मान 1 से कम होता है।
अपचायी ट्रांसफॉर्मर के लिए परिणमन अनुपात का मान कितना होता है?
अपचायी ट्रांसफॉर्मर के लिये परिणमन अनुपात का मान 1 से कम होता है।
अपचायी ट्रांसफॉर्मर के लिये परिणमन अनुपात का मान कितना होता है?
अपचायी ट्रांसफॉर्मर क्या है?
अपचायी ट्रांसफॉर्मर क्या है?
अपचायी ट्रांसफॉर्मर क्या है?
अपचायी ट्रांसफॉर्मर ज्यादा प्रत्यावर्ती वोल्टता को कम वोल्टता में परिवर्तित करने का कार्य करता है।
अपचायी ट्रांसफॉर्मर प्रत्यावर्ती वोल्टता के मान को कम करने में प्रयुक्त ट्रांसफॉर्मर को कहते है।
अपचायी ट्रांसफॉर्मर वह ट्रांसफॉर्मर है जिसमें उपस्थित द्वितियक कुण्डली में फेरों की संख्या प्राथमिक कुण्डली में फेरों की संख्या से कम होती है।
अपचायी ट्रांसफॉर्मर वह ट्रांसफॉर्मर है जिसमें प्राथमिक कुण्डली में लिपटे फेरों की संख्या द्वितीयक कुण्डली में लिपटे फेरो की संख्या से अधिक होती है …
उच्च प्रत्यावर्ती वोल्टता को निम्न वोल्टता में बदलने का कार्य अपचायी ट्रांसफॉर्मर का है।
ट्रांसफॉर्मर दो प्रकार के होते हैं।
वह ट्रांसफॉर्मर जिसमें उपस्थित द्वितियक कुण्डली में फेरों की संख्या प्राथमिक कुण्डली में फेरों की संख्या से कम होती है, उसे अपचायी ट्रांसफॉर्मर कहते है।