आर्द्रभूमियों को भू-दृश्य का गुर्दा भी कहा जाता है।
ईरान के रामसर शहर में 1971 ईसवी में आर्द्रभूमियों के संरक्षण हेतु अंतर्राष्ट्रीय सहयोग संधि की व्यवस्था की गयी थी।
मॉन्ट्रेक्स रिकॉर्ड के अन्तर्गत पर्यावरणीय प्रदूषण और मानवीय अतिक्रमण से क्षतिग्रस्त आर्द्रभूमियों को सम्मिलित किया जाता है।