‘अशोक’ को बौद्ध धर्म में उपगुप्त ने दीक्षित किया था।
‘अशोक’ को बौद्ध धर्म में किसने दीक्षित किया था?
‘बुद्ध जयन्ती’ बौद्ध धर्म का प्रमुख त्योहार है।
अजातशत्रु बाद में बौद्ध धर्म को मानने लगा था।
अशोक को बौद्ध धर्म में दीक्षित उपगुप्त ने किया था।
अशोक को बौद्ध धर्म में दीक्षित किसने किया था?
उपगुप्त द्वारा ‘अशोक’ बौद्ध धर्म में दीक्षित 257 ईसा पूर्व मे हुआ था।
उपगुप्त द्वारा ‘अशोक’ बौद्ध धर्म में दीक्षित कब हुआ था?
कनिष्क के सिक्कों से उसका बौद्ध धर्म का अनुयायी होना प्रामाणित होता है।
कनिष्क को बौद्ध धर्म में अश्वघोष ने दीक्षित किया था।
कनिष्क को बौद्ध धर्म में किसने दीक्षित किया था?
कनिष्क बौद्ध धर्म के किस शाखा का अनुयायी था?
कनिष्क बौद्ध धर्म के महायान शाखा का अनुयायी था।
गौतम बुद्ध के गृह-त्याग करने को बौद्ध धर्म में क्या कहा गया है?
गौतम बुद्ध के गृह-त्याग करने को बौद्ध धर्म में महाभिनिष्कमण कहा गया है।
गौतम बुद्ध के जीवन में गृह त्याग का प्रतीक बौद्ध धर्म में क्या है?
गौतम बुद्ध के जीवन में जन्म का प्रतीक बौद्ध धर्म में कमल एवं सांड है।
गौतम बुद्ध के जीवन में जन्म का प्रतीक बौद्ध धर्म में क्या है?
गौतम बुद्ध के जीवन में ज्ञान का प्रतीक बौद्ध धर्म में क्या है?
गौतम बुद्ध के जीवन में ज्ञान का प्रतीक बौद्ध धर्म में पीपल (बोधि वृक्ष) है।
गौतम बुद्ध के जीवन में निर्वाण का प्रतीक बौद्ध धर्म में क्या है?
गौतम बुद्ध के जीवन में निर्वाण का प्रतीक बौद्ध धर्म में पद-चिन्ह है।
गौतम बुद्ध के जीवन में मृत्यु का प्रतीक बौद्ध धर्म में क्या है?
गौतम बुद्ध के जीवन में मृत्यु का प्रतीक बौद्ध धर्म में स्तूप है।
तिब्बत में बौद्ध धर्म का प्रचार करने वाले बौद्ध भिक्षु कौन थे?
तिब्बत में बौद्ध धर्म का प्रचार करने वाले बौद्ध भिक्षु पद्मसंभव थे।
त्रिपिटक बौद्ध धर्म से सम्बन्धित धर्मग्रंथ है।
पाल वंश का शासक गोपाल बौद्ध धर्म का अनुयायी था।
पुष्यभूति वंश का कौन सा शासक बौद्ध धर्म की महायान शाखा का समर्थक होने के साथ-साथ वैष्णव एवं शैव धर्म को भी मानता था?
पुष्यभूति वंश का शासक हर्षवर्धन बौद्ध धर्म की महायान शाखा का समर्थक होने के साथ-साथ वैष्णव एवं शैव धर्म को भी मानता था।
बिम्बिसार बौद्ध धर्म का (गौतम बुद्ध का समकालीन) अनुयायी था।
बिहार एवं बंगाल के किन शासकों ने बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार में अद्वितीय योगदान दिया था?
बिहार एवं बंगाल के पाल शासकों ने बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार में अद्वितीय योगदान दिया था।
बौद्ध धर्म का परम लक्ष्य ‘निर्वाण’ का अर्थ ‘दीपक का बुझ जाना’ अर्थात् जीवन-मरण चक्र से मुक्त हो जाना है।
बौद्ध धर्म का परम लक्ष्य ‘निर्वाण’ का क्या अर्थ है?
बौद्ध धर्म का प्रचार किस भाषा में किया गया था?
बौद्ध धर्म का प्रचार पालि भाषा में किया गया था।
बौद्ध धर्म का विश्वकोष किसे कहा जाता है?
बौद्ध धर्म का विश्वकोष विभाषाशास्त्र को कहा जाता है।
बौद्ध धर्म का सर्वाधिक प्रचार किस राज्य में हुआ था?
बौद्ध धर्म का सर्वाधिक प्रचार कोशल राज्य में हुआ था।
बौद्ध धर्म की पवित्र दिशा कौन-सी है?
बौद्ध धर्म की पवित्र दिशा दक्षिण है।
बौद्ध धर्म के अनुसार सब कष्टों का कारण इच्छा है।
बौद्ध धर्म के अनुसार सब कष्टों का कारण क्या है?
बौद्ध धर्म के त्रिरत्नों के नाम बुद्ध, धम्म एवं संघ हैं।
बौद्ध धर्म के प्रचार में विशिष्ट योगदान देने वाले नामों में अशोक, मिनाण्डर, कनिष्क एवं हर्षवर्द्धन थे।
बौद्ध धर्म के प्रचार में विशिष्ट योगदान देने वालों के क्या-क्या नाम थे?
बौद्ध धर्म के संस्थापक कौन थे?
बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध थे।
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