असम में भक्ति का प्रचार-प्रसार किसने किया था?
असम में भक्ति का प्रचार-प्रसार शंकरदेव ने किया था।
ईश्वर को प्राप्त करने के लिए भक्ति को सर्वाधिक महत्व वैष्णव धर्म में दिया गया है।
भक्ति और सूफी दोनो आंदोलनों ने ही मूर्ति पूजा को नकारा है।
भागवत सम्प्रदाय का प्रमुख तत्व भक्ति एवं अहिंसा है।
भागवत सम्प्रदाय में भक्ति का अर्थ प्रेममय निष्ठा निवेदन है।
शंकरदेव ने असम में भक्ति का प्रचार-प्रसार असमिया भाषा में किया था।
शंकरदेव ने असम में भक्ति का प्रचार-प्रसार किस भाषा में किया था?
श्वेतास्वतर उपनिषद् में सर्वप्रथम भक्ति शब्द का उल्लेख मिलता है।