‘कालिदास’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
अमर सिंह’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
क्षपणक’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
गुप्त वंश के शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय (देवगुप्त) का शासनकाल 375 ईसवी से 414-415 ईसवी तक माना जाता है।
गुप्त वंश के शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय (देवगुप्त) का शासनकाल कब से कब तक माना जाता है?
गुप्त शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय की उपाधि कौन-कौन थी?
गुप्त शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय की उपाधि विक्रमादित्य, विक्रमांक एवं परमभागवत थी।
घटकर्पर’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
चन्द्रगुप्त द्वितीय का अन्य नाम कौन-कौन सा था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय का अन्य नाम देवगुप्त, देवराज एवं देवश्री था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय का शासनकाल 380-415 ईसवी तक था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय का शासनकाल कब से कब तक था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय का सन्धिविग्रहिक कौन था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय का सन्धिविग्रहिक वीरसेन शैव था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय किस वंश का शासक था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय की पुत्री का क्या नाम था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय की पुत्री का नाम प्रभावती गुप्त था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय की पुत्री प्रभावती गुप्त का विवाह किससे हुआ था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय की पुत्री प्रभावती गुप्त का विवाह वाकाटक नरेश रुद्रसेन से हुआ था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय के कितने रत्न थे?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्न कौन-कौन से थे?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्न थे।
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘उपरिक’ किसको कहते थे?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘उपरिक’ प्रांत के राज्यपाल को कहते थे।
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘कुमारामात्य’ क्या कहलाता था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘कुमारामात्य’ प्रशासनिक अधिकारी कहलाता था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘दण्डपाशिक’ क्या कहलाता था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘दण्डपाशिक’ पुलिस विभाग का प्रधान कहलाता था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘बलाधिकृत’ क्या कहलाता था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘बलाधिकृत’ सैन्य कोष का अधिकारी कहलाता था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘महादण्डनायक’ क्या कहलाता था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘महादण्डनायक’ मुख्य न्यायाधीश कहलाता था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘महाप्रतिहार’ क्या कहलाता था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के पदाधिकारी ‘महाप्रतिहार’ मुख्य दौवारिक कहलाता था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय के बाद राजगद्दी पर गुप्त वंश का कौन शासक बैठा था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय के बाद राजगद्दी पर गुप्त वंश का शासक कुमारगुप्त प्रथम (महेन्द्रादित्य) बैठा था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश का शासक था।
चन्द्रगुप्त द्वितीय ने किस उपाधि को धारण किया था?
चन्द्रगुप्त द्वितीय ने किस पर्वत पर विष्णुध्वज की स्थापना की थी?
चन्द्रगुप्त द्वितीय ने विष्णुपद पर्वत पर विष्णुध्वज की स्थापना की थी।
चन्द्रगुप्त द्वितीय ने शाकारि उपाधि को धारण किया था।
धन्वन्तरि’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
रुद्रसेन की मृत्यु के बाद चन्द्रगुप्त द्वितीय ने अपनी दूसरी राजधानी उज्जैन को बनाई थी।
रुद्रसेन की मृत्यु के बाद चन्द्रगुप्त द्वितीय ने अपनी दूसरी राजधानी कहां बनाई थी?
वररूचि’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
वराहमिहिर’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
विष्णुध्वज की स्थापना गुप्त शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय ने की थी।
वेताल भट्ट’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
शंकु’ चन्द्रगुप्त द्वितीय के नौ रत्नों में से एक थे।
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