दिल्ली सल्तनतकालीन विभाग दीवान-ए-बंदगान का दासों के विभाग का कार्य था।
फिरोजशाह तुगलक ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ की स्थापना दासों की देखभाल हेतू किया था।