डायस्टीरियो-समावयवी (diastereo isomers) किसे कहते है?
डायस्टीरियो-समावयवी क्या है?
डायस्टीरियो-समावयवी पदार्थों की एक जोड़ी का सदस्य होता है जो उनके अणुओं के विन्यास के संबंध में भिन्न होता है और जो एक-दूसरे का दर्पण-प्रतिबिम्ब नहीं होते है।
प्रकाशिक समावयवी जो एक-दूसरे का दर्पण-प्रतिबिम्ब नहीं होते हैं, उसे डायस्टीरियो-समावयवी (diastereo isomers) कहते है।
वे प्रकाशिक समावयवी जो एक-दूसरे का दर्पण-प्रतिबिम्ब नहीं होते हैं, उन्हे डायस्टीरियो-समावयवी (diastereo isomers) कहते है।