अवतारवाद के सिद्धांत को वैष्णव मत के अन्दर लोकप्रिय देवताओं को संयाेजित कर और लोकप्रिय बनाया गया था।
देवताओं का प्रिय ‘प्रियदर्शी’ राजा अशोक शासक को कहा गया है।
यूनानी लोगों ने देवताओं की कल्पना मनुष्यों के रूप में की थी।