अशोक ने लुम्बिनी को धार्मिक करों से मुक्त कर दिया था।
गुप्त राजाओं ने परमभागवत की धार्मिक उपाधि धारण की थी।
धार्मिक या भाषाई अल्पसंख्यकों को अपनी रूचि की शिक्षण संस्था की स्थापना एवं प्रशासन का अधिकार अनुच्छेद-30 में दिया गया है।
पारसियों के धार्मिक ग्रंथ का नाम ‘जेन्दा अवेस्ता’ है।
मिथिला एवं मधुबनी चित्रकला में धार्मिक एवं लोकप्रिय ग्रामीण लोक कथाओं की अभिव्यक्ति पायी जाती है।
सिख धर्म प्रारम्भ में धार्मिक एवं सुधारवादी विचारों के कारण जाना जाता था।