अकबर के नवरत्नों में से किसने दीन-ए-इलाही को स्वीकार किया था?
अकबर के नवरत्नों में से बीरबल ने दीन-ए-इलाही को स्वीकार किया था।
अकबर द्वारा ‘दीन-ए-इलाही’ की घोषणा 1582 ईसवी में हुई थी।
अकबर द्वारा ‘दीन-ए-इलाही’ की घोषणा कब हुई थी?
अकबर द्वारा प्रतिपादित दीन-ए-इलाही धर्म का खण्डन किसने किया था?
अकबर द्वारा प्रतिपादित दीन-ए-इलाही धर्म का खण्डन शेख अहमद सरहिन्दी ने किया था।
अकबर ने दीन-ए-इलाही या तौहिद-ए-इलाही की घोषण 1582 ई० में की थी।
अकबर ने दीन-ए-इलाही या तौहिद-ए-इलाही की घोषण कब की थी?
अकबर ने सभी धर्मों में सामंजस्य स्थापित करने के लिए तौहिद-ए-इलाही या दीन-ए-इलाही नामक एक नया धर्म प्रवर्तित किया था।
दीन-ए-इलाही का पुरोहित कौन था?
दीन-ए-इलाही के पुरोहित अबुल फजल थे।