“DNA कुण्डलिनी के रूप में होता है”, यह किन वैज्ञानिकों ने बताया था?
“DNA कुण्डलिनी के रूप में होता है”, यह किसने बताया था?
“DNA कुण्डलिनी के रूप में होता है”, यह विल्किन्स एवं फ्रेंकलिन नामक वैज्ञानिकों ने बताया था।
“DNA कुण्डलिनी के रूप में होता है”, यह विल्किन्स एवं फ्रेंकलिन ने बताया था।
“DNA कुण्डलिनी के रूप में होता है”, यह सर्वप्रथम किसने बताया था?
“DNA कुण्डलिनी के रूप में होता है”, यह सर्वप्रथम विल्किन्स एवं फ्रेंकलिन ने बताया था।
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में उपस्थित होते हैं”, यह किस वैज्ञानिक ने बताया था?
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में उपस्थित होते हैं”, यह किसने बताया था?
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में उपस्थित होते है”, यह चारगाफ नामक वैज्ञानिक ने बताया था।
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में उपस्थित होते है”, यह चारगाफ ने बताया था।
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में पाये जाते हैं”, यह किस वैज्ञानिक ने बताया था?
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में पाये जाते हैं”, यह किसने बताया था?
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में पाये जाते है”, यह चारगाफ नामक वैज्ञानिक ने बताया था।
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में पाये जाते है”, यह चारगाफ ने बताया था।
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में होते हैं”, यह किस वैज्ञानिक ने बताया था?
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में होते है”, यह किसने बताया था?
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में होते है”, यह चारगाफ नामक वैज्ञानिक ने बताया था।
“DNA में प्यूरीन तथा पिरिमिडीन्स समान मात्रा में होते है”, यह चारगाफ ने बताया था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह 1944 ईसवी में सिद्ध किया गया था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह 1944 ईसवी में सिद्ध हुआ था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह ऐवेरी, मैक्लियोड एवं मैकार्टी नामक दो वैज्ञानिकों ने सिद्ध किया था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह ऐवेरी, मैक्लियोड एवं मैकार्टी ने सिद्ध किया था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह कब सिद्ध किया गया था?
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह कब सिद्ध हुआ था?
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह किन वैज्ञानिकों ने सिद्ध किया था?
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह किसने सिद्ध किया था?
A-from DNA में 11 क्षारक जोड़े उपस्थित होते है।
A-from DNA में 11 क्षारक जोड़े पाये जाते है।
A-from DNA में 11 क्षारक युग्म उपस्थित होते है।
A-from DNA में 11 क्षारक युग्म पाये जाते है।
A-from DNA में कितने क्षारक जोड़े पाये जाते हैं?
A-from DNA में कितने क्षारक युग्म उपस्थित होते हैं?
B-DNA का अध्ययन वाटसन एवं क्रिक ने किया था।
B-from DNA में 12 क्षारक जोड़े उपस्थित होते है।
B-from DNA में 12 क्षारक जोड़े पाये जाते है।
B-from DNA में 12 क्षारक युग्म उपस्थित होते है।
B-from DNA में 12 क्षारक युग्म पाये जाते है।
C-from DNA में 9 क्षारक जोड़े उपस्थित होते है।
C-from DNA में 9 क्षारक जोड़े पाये जाते है।
C-from DNA में 9 क्षारक युग्म उपस्थित होते है।
C-from DNA में 9 क्षारक युग्म पाये जाते है।
DNA अणु का व्यास 20 Å होता है।
DNA अणु का व्यास कितना होता है?
DNA का द्विकुण्डलीदार मॉडल 1953 ईसवी में प्रस्तुत किया गया था।
DNA का द्विकुण्डलीदार मॉडल कब प्रस्तुत किया गया था?
DNA का द्विकुण्डलीदार मॉडल किन वैज्ञानिकों ने प्रस्तुत किया था?
DNA का द्विकुण्डलीदार मॉडल किसने प्रस्तुत किया था?
DNA का द्विकुण्डलीदार मॉडल वाटसन एवं क्रिक नामक वैज्ञानिकों ने प्रस्तुत किया था।
DNA का द्विकुण्डलीदार मॉडल वाटसन एवं क्रिक ने प्रस्तुत किया था।
DNA का द्विगुणन अन्तरावस्था की S-प्रावस्था में होता है।
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