द्वितियक कुण्डली

एक अपचयी ट्रांसफॉर्मर में 5000 और 500 फेरे हैं। प्राथमिक कुण्डली में 2200 वोल्ट पर पर 4 ऐम्पियर की प्रत्यावर्ती धारा भेजी जाती है। द्वितियक कुण्डली में धारा का मान 40 ऐम्पियर होगा।

एक अपचयी ट्रांसफॉर्मर में 5000 और 500 फेरे हैं। प्राथमिक कुण्डली में 2200 वोल्ट पर पर 4 ऐम्पियर की प्रत्यावर्ती धारा भेजी जाती है। द्वितियक कुण्डली में धारा का मान कितना होगा?

द्वितियक कुण्डली क्या है?

वह ट्रांसफॉर्मर जिसमें उपस्थित द्वितियक कुण्डली में फेरों की संख्या प्राथमिक कुण्डली में फेरों की संख्या से अधिक होती है, उसे उच्चायी ट्रांसफॉर्मर कहते है।

वह ट्रांसफॉर्मर जिसमें उपस्थित द्वितियक कुण्डली में फेरों की संख्या प्राथमिक कुण्डली में फेरों की संख्या से अधिक होती है, उसे क्या कहते है?

वह ट्रांसफॉर्मर जिसमें उपस्थित द्वितियक कुण्डली में फेरों की संख्या प्राथमिक कुण्डली में फेरों की संख्या से कम होती है, उसे अपचायी ट्रांसफॉर्मर कहते है।

वह ट्रांसफॉर्मर जिसमें उपस्थित द्वितियक कुण्डली में फेरों की संख्या प्राथमिक कुण्डली में फेरों की संख्या से कम होती है, उसे क्या कहते है?

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