फायरवर्क्स सिद्धान्त के अनुसार लगभग 15 अरब वर्ष पूर्व कॉस्मिक पदार्थ एक अत्यधिक संपीडित पिंड के रूप में मौजूद थे।
फायरवर्क्स सिद्धान्त के अनुसार लगभग 15 अरब वर्ष पूर्व संपीडित पिंड का तापमान एवं दबाव काफी अधिक था।
फायरवर्क्स सिद्धान्त के अनुसार लगभग 15 अरब वर्ष पूर्व संपीडित पिंड के टुकड़े आकाशीय पिंड में परिवर्तित हो गये थे।
फायरवर्क्स सिद्धान्त के अनुसार लगभग 15 अरब वर्ष पूर्व संपीडित पिंड में तीव्र विस्फोट हुआ था।