कृषि के लिए अपनाई गई सबसे प्राचीन फसल गेहूं (पहली फसल) एवं जौ थी।
गेहूं (Wheat) का वानस्पतिक नाम ‘ट्रिटिकम आस्टिवम’ है।
गेहूं (Wheat) का वानस्पतिक नाम क्या है?
गेहूँ उत्पादन में चतुर्थ देश यू. एस. ए. है।
गेहूँ का सर्वाधिक उत्पादन देश चीन है।
गेहूँ का सर्वाधिक उत्पादन राज्य उत्तर प्रदेश है।
गेहूँ किस ऋतु की प्रमुख फसल है?
गेहूं के पौधे का वानस्पति नाम क्या है?
गेहूं के पौधे का वानस्पति नाम ट्रिटीकम एस्टीवम है।
गेहूँ के पौधों के बीज कैसे होते है?
गेहूँ के पौधों के बीज भ्रूणपोषी होते है।
गेहूँ निर्यात के मामले में प्रथम देश रूस है।
गेहूँ में ग्लायडिन प्रोटीन उपस्थित होता है।
गेहूँ में ग्लायडिन प्रोटीन पाया जाता है।
गेहूँ में पाया जाने वाला प्रोटीन ग्लायडिन है।
गेहूँ रबी ऋतु की प्रमुख फसल है।
गेहूं से संबंधित ‘रस्ट’ (Rust) रोग पर कार्य करने वाले वैज्ञानिक कौन हैं?
ग्लायडिन प्रोटीन गेहूँ में उपस्थित होता है।
ग्लायडिन प्रोटीन गेहूँ में पाया जाता है।
टोकोफेरॉल की पूर्ती के लिए तेल, गेहूँ, अण्डे की जर्दी एवं सोयाबिन आदि का सेवन करना चाहिए।
टोकोफेरॉल के स्त्रोत वनस्पति तेल, गेहूँ, बिनौला आदि है।
फर्टिलिटी विटामिन के स्त्रोत वनस्पति तेल, गेहूँ, बिनौला आदि है।
बायोटिन की पूर्ती के लिए माँस, गेहूँ, मूँगफली, चॉकलेट, सब्जी, फल, यीस्ट एवं अण्डे आदि का सेवन करना चाहिए।
बायोटिन के स्त्रोत माँस, गेहूँ, मूँगफली, चॉकलेट, सब्जी, फल, यीस्ट एवं अण्डे आदि है।
भारत में गेहूँ उत्पादन में तृतीय राज्य हरियाणा है।
भारत में गेहूँ उत्पादन में द्वितीय राज्य पंजाब है।
भारत में गेहूँ उत्पादन में प्रथम राज्य उत्तर प्रदेश है।
मुगल काल के मुख्य खाद्य पदार्थ गेहूं, चावल, बाजरा और दाल (पलसेती) थे।
विटामिन-E की पूर्ती के लिए तेल, गेहूँ, अण्डे की जर्दी एवं सोयाबिन आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन-E के स्त्रोत वनस्पति तेल, गेहूँ, बिनौला आदि है।
विटामिन-H की पूर्ती के लिए माँस, गेहूँ, मूँगफली, चॉकलेट, सब्जी, फल, यीस्ट एवं अण्डे आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन-H के स्त्रोत माँस, गेहूँ, मूँगफली, चॉकलेट, सब्जी, फल, यीस्ट एवं अण्डे आदि है।
सिन्धु सभ्यता की मुख्य फसल गेहूं और जौ थी।