गुरुमुखी नामक नई लिपि किसने शुरु की थी?
गुरुमुखी नामक नई लिपि गुरु अंगद ने शुरु की थी।
सिखों के दशम पादशाह का ग्रंथ ब्रजभाषा, गुरुमुखी एवं फारसी में लिखा गया है।