कालान्तर में वेद व्यास ने ज्ञान को संकलित कर लिया था।
गौतम बुद्ध के जीवन में ज्ञान का प्रतीक बौद्ध धर्म में पीपल (बोधि वृक्ष) है।
गौतम बुद्ध को फल्गु नदी के किनारे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
जैन धर्मानुसार ज्ञान के तीन स्रोत प्रत्यक्ष, अनुमान एवं तीर्थंकरों के वचन हैं।
जैन धर्मानुसार ज्ञान के तीन स्रोत हैं।
महावीर स्वामी को सम्पूर्ण ज्ञान का बोध बारह वर्षों की कठिन तपस्या के बाद हुआ था।
वेद का शाब्दिक अर्थ ‘ज्ञान’ है।
वेद शब्द का अर्थ ‘ज्ञान’ होता है।
वैदिक काल के लोगों को तम्बाकू ज्ञान नहीं था।
वैदिक छन्दों का ज्ञान ‘छन्द वेदांग’ में मिलता है।
वैदिक छन्दों का ज्ञान किस वेदांग में मिलता है?
सामवेद का अर्थ संगीत या ज्ञान होता है।