“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह 1944 ईसवी में सिद्ध किया गया था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह 1944 ईसवी में सिद्ध हुआ था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह ऐवेरी, मैक्लियोड एवं मैकार्टी नामक दो वैज्ञानिकों ने सिद्ध किया था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह ऐवेरी, मैक्लियोड एवं मैकार्टी ने सिद्ध किया था।
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह कब सिद्ध किया गया था?
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह कब सिद्ध हुआ था?
“R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।” यह किसने सिद्ध किया था?
R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण DNA था।
R-प्रकार के जीवाणु के S-प्रकार के जीवाणु में परिवर्तन होने का कारण क्या था?
अपघटक में प्रमुख रूप से जीवाणु तथा कवक शामिल होते हैं।
अमोनिकारी जीवाणु का नाम बैसिलस है।
अमोनिकारी जीवाणु वे जीवाणु है जो जटिल प्रोटीन को सरल अमीनों एसिड में बदल देते है।
अविकल्पी अनॉक्सीय जीवाणु क्लॉस्ट्रिडियम बॉटुलिनम है।
अविकल्पी ऑक्सीय जीवाणु का नाम बैसिलस सबटिलिस है।
अविकल्पी ऑक्सीय जीवाणु बैसिलस सबटिलिस है।
आलू का स्कैब रोग स्ट्रेप्टोमाइसिस स्कैबीज जीवाणु के कारण होता है।
इरिथ्रोमाइसीन प्रतिजैविक स्ट्रेप्टोमाइसिस इरिथ्रेकस जीवाणु से प्राप्त होता है।
ऊतकों की जीवाणुओं से सुरक्षा प्रदान करने का कार्य किसका है?
ऊतकों की जीवाणुओं से सुरक्षा प्रदान करने का कार्य लसिका कोशिका का है।
एग्रोबैक्टीरियम ट्यूमिफेशिएन्स जीवाणु के कारण पौधों में क्राउन गाल रोग होता है।
कपास का कोणीय पर्ण भित्ति रोग जेन्थोमोनास मालवेसिएरम जीवाणु के कारण होता है।
कुफ्फर कोशिकाओं का कार्य शरीर में उपस्थित जीवाणुओं एवं अन्य बाह्य पदार्थों का भक्षण करना है।
कोरिनेबैक्टिरियम डिफ्थिरी जीवाणु के द्वारा डिफ्थीरिया रोग होता है।
कोरिनेबैक्टीरियम ट्रिटिसी जीवाणु के कारण पौधों में गेहूँ का विलगन रोग होता है।
कौन-सा जीवाणु चाय के पत्ते में सुगंध पैदा करता हैं?
कौन-सा जीवाणु तंबाकू के पत्ते में सुगंध पैदा करता हैं?
क्राउन गाल रोग एग्रोबैक्टीरियम ट्यूमिफेशिएन्स जीवाणु के कारण होता है।
क्रोमेटियम जीवाणु एक प्रकाश-संश्लेषी जीवाणु है जिसमें बैक्टीरियोपरप्यूरीन, बैक्टीरियोक्लोरोफिल, बैक्टीरियोवाइरिडीन आदि पाये जाते है एवं यह पादपों में उपस्थित होता है।
क्लॉस्ट्रिडियम जीवाणु एक प्रकार का परजीवी जीवाणु है जो जीवित पौधों अथवा जीव-जन्तुओं से अपना भोजन प्राप्त करते है तथा यह रोग के कारक होते है।
क्लॉस्ट्रिडियम टिटेनी जीवाणु के द्वारा टिटनेस रोग होता है।
क्लोरेला जीवाणु से क्लोरेलीन प्रतिजैविक प्राप्त होता है।
क्लोरोटेट्रासाइकलिन प्रतिजैविक स्ट्रेप्टोमाइसिस ओरोफिशिएन्स जीवाणु से प्राप्त होता है।
क्लोरोबियम जीवाणु एक प्रकाश-संश्लेषी जीवाणु है जिसमें बैक्टीरियोपरप्यूरीन, बैक्टीरियोक्लोरोफिल, बैक्टीरियोवाइरिडीन आदि पाये जाते है एवं यह पादपों में उपस्थित होता है।
गन्धक जीवाणु बैजियाटोआ एवं थायोबैसिलस है।
गेहूँ का विलगन रोग कोरिनेबैक्टीरियम ट्रिटिसी जीवाणु के कारण होता है।
गौनोरिया जीवाणु की खोज किसने की थी?
ग्राम-ऋणात्मक जीवाणु ई कोलाई, साल्मोनेला, स्यूडोमोनास, बैसिलस एवं विब्रियो आदि है।
ग्राम-ऋणात्मक जीवाणुओं के नाम ई कोलाई, साल्मोनेला, स्यूडोमोनास, बैसिलस एवं विब्रियो आदि है।
ग्राम-धनात्मक जीवाणु क्लॉस्ट्रिडियम, न्यूमोकोकस, माइकोबैक्टीरियम एवं स्टेफाइलोकोकस आदि है।
चाय की पत्तियों के क्यूरिंग में जीवाणु का उपयोग होता है।
जीवाणु अतिसूक्ष्म सरल, एक कोशिकीय, सर्वव्यापी, प्रोकैरियोटिक जीव है …
जीवाणु कितने प्रकार के होते हैं?
जीवाणु क्या है?
जीवाणु क्या है?
जीवाणु जनित रोग …
जीवाणु जनित रोग कौन-कौन से है?
जीवाणु दो प्रकार के होते है।
जीवाणु द्वारा कई प्रकार की औषधियों का निर्माण होता है।
जीवाणु नाम एहरेनबर्ग (Ehrenberg; 1829) ने दिया।
जीवाणु नाम किसने दिया?
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