कापालिक सम्प्रदाय का सबसे प्रमुख केन्द्र श्रीशैल नामक स्थान पर था।
कापालिक सम्प्रदाय के इष्टदेव भैरव थे।
तमिल साहित्य के मणिमेखलै महाकाव्य में कापालिक शैव संन्यासियों की चर्चा है।
पशुपति, कापालिक, कालामुख, लिंगायत आदि सम्प्रदायों का विकास किस धर्म के विकास की प्रकिया में हुआ था?
पशुपति, कापालिक, कालामुख, लिंगायत आदि सम्प्रदायों का विकास शिव धर्म के विकास की प्रकिया में हुआ था।
शिव धर्म के विकास की प्रक्रिया में कुछ सम्प्रदायों पशुपति, कापालिक, कालामुख, लिंगायत आदि के विकास का वर्णन किस पुराण में मिलता है?
शिव धर्म के विकास की प्रक्रिया में कुछ सम्प्रदायों पशुपति, कापालिक, कालामुख, लिंगायत आदि के विकास का वर्णन वामन पुराण में मिलता है।