27°C ताप पर किसी एक-परमाणुक आदर्श गैस के 2 मोल का आयतन V है। यदि गैस को रूद्धोष्मीय रूप में 2V आयतन तक प्रसारित किया जाता है, तो गैस द्वारा किया गया कार्य 2767.23 जूल होगा।
27°C ताप पर किसी एक-परमाणुक आदर्श गैस के 2 मोल का आयतन V है। यदि गैस को रूद्धोष्मीय रूप में 2V आयतन तक प्रसारित किया जाता है, तो गैस द्वारा किया गया कार्य क्या होगा?
300K तथा 600K के बीच कार्यरत कॉर्नो इंजन का निर्गत कार्य 800 जूल प्रति चक्र है। स्त्रोत से प्रति चक्र इंजन को दी गई ऊष्मीय ऊर्जा की मात्रा 1600 जूल होगी।
4 सेमी त्रिज्या की वृत्तीय कुण्डली में 50 फेरें है …
4 सेमी त्रिज्या की वृत्तीय कुण्डली में 50 फेरें है। उसमें 2A की धारा प्रवाहित हो रही है …
4 सेमी त्रिज्या की वृत्तीय कुण्डली में 50 फेरें है। उसमें 2A की धारा प्रवाहित हो रही है। इसे 0.1 वेबर/मी के चुम्बकीय क्षेत्र में रखकर माध्य स्थिति में 180° घुमाने में किया गया कार्य कितना होगा?
4 सेमी त्रिज्या की वृत्तीय कुण्डली में 50 फेरें है। उसमें 2A की धारा प्रवाहित हो रही है। इसे 0.1 वेबर/मी के चुम्बकीय क्षेत्र में रखकर माध्य स्थिति में 180° घुमाने में किये गये कार्य का मान कितना होगा?
R त्रिज्या की एक गोलीय बूँद 8 समान बूँदों में विभक्त हो जाती है। यदि पृष्ठ तनाव T होते तो इस प्रक्रिया में किया गया कार्य क्या होगा?
R त्रिज्या के साबुन के विलयन को फूँका जाता है, विलयन को गर्म करने पर फिर 2R त्रिज्या का बुलबुला बनाया जाता है। प्रथम बुलबुले की अपेक्षा द्वितीय बुलबुले को फूँकने में सम्पन्न कार्य क्या है?
R त्रिज्या के साबुन के विलयन को फूँका जाता है, विलयन को गर्म करने पर फिर 2R त्रिज्या का बुलबुला बनाया जाता है। प्रथम बुलबुले की अपेक्षा द्वितीय बुलबुले को फूँकने में सम्पन्न कार्य चार गुने से कुछ कम है।
ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम के अनुसार प्रसार के दौरान निकाय द्वारा किया गया कार्य किस प्रकृति का होता है?
ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम के अनुसार प्रसार के दौरान निकाय द्वारा किया गया कार्य धनात्मक प्रकृति का होता है।
ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम के अनुसार संपीडन के दौरान निकाय द्वारा किया गया कार्य ऋणात्मक प्रकृति का होता है।
ऊष्मागतिकी के प्रथम नियम के अनुसार संपीडन के दौरान निकाय द्वारा किया गया कार्य किस प्रकृति का होता है?
एक निकाय को 300 कैलोरी ऊष्मा दी जाती है और इस निकाय द्वारा 600 जूल कार्य किया जाता है। यहाँ निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में 654 जूल का परिवर्तन होता है।
एक निकाय को 300 कैलोरी ऊष्मा दी जाती है और इस निकाय द्वारा 600 जूल कार्य किया जाता है। यहाँ निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में कितना परिवर्तन होता है?
एक बिन्दु आवेश q को समविभव पृष्ठ पर दो बिन्दुओं के बीच चलाने में किया गया कार्य कितना होता है?
एक बिन्दु आवेश q को समविभव पृष्ठ पर दो बिन्दुओं के बीच चलाने में किया गया कार्य शून्य होता है।
एक साबुन के बुलबुले को फुलाकर उसका व्यास d से D तक बढ़ाने में किया गया कार्य क्या होगा?
कार्य अदिश राशि का उदाहरण है।
कार्य का विमीय सूत्र …
कार्य का विमीय सूत्र क्या है?
कार्य किस राशि का उदाहरण है?
किसी ऊष्मागतिकी निकाय को एक अवस्था A से दूसरी अवस्था B पर लाने पर यदि निकाय को दी गई ऊष्मा Q हो तथा निकाय द्वारा किया गया कार्य W हो, तो आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन Q – W होगा।
किसी ऊष्मागतिकी निकाय को एक अवस्था A से दूसरी अवस्था B पर लाने पर यदि निकाय को दी गई ऊष्मा Q हो तथा निकाय द्वारा किया गया कार्य W हो, तो आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन क्या होगा?
किसी परिपथ में कार्य किये जाने की दर को क्या कहते है?
गैस के दो मोल में रूद्धोष्म परिवर्तन द्वारा गैस की आन्तरिक ऊर्जा 2 जूल से कम हो जाती है, प्रक्रम में गैस पर किया गया कार्य -2 जूल होगा।
गैस के दो मोल में रूद्धोष्म परिवर्तन द्वारा गैस की आन्तरिक ऊर्जा 2 जूल से कम हो जाती है, प्रक्रम में गैस पर किया गया कार्य क्या होगा?
चित्रानुसार आयत के दो शीर्षों पर आवेश q1 = – 5µC तथा q2 = + 2µC रखे गए हैं। बिन्दु B से + 3µC आवेश को A तक लाने में किया गया कार्य 2.8 जूल होगा।
चित्रानुसार आयत के दो शीर्षों पर आवेश q1 = – 5µC तथा q2 = + 2µC रखे गए हैं। बिन्दु B से + 3µC आवेश को A तक लाने में किया गया कार्य कितना होगा?
तन्त्रिका ऊतक के कार्य …
दाब को नियत रखते हुये, एक-परमाणवीय गैस को Q ऊष्मा बहुत धीमे-धीमे दी जाती है। गैस द्वारा किया गया कार्य 2Q/5 होगा।
दाब को नियत रखते हुये, एक-परमाणवीय गैस को Q ऊष्मा बहुत धीमे-धीमे दी जाती है। गैस द्वारा किया गया कार्य क्या होगा?
दो धनात्मक बिन्दु आवेश 12 µC व 8 µC एक दूसरे से 10 सेमी दूरी पर रखे हैं। इन्हें 4 सेमी तक पास लाने में किया गया कार्य 13 जूल होगा।
दो धनात्मक बिन्दु आवेश 12 µC व 8 µC एक दूसरे से 10 सेमी दूरी पर रखे हैं। इन्हें 4 सेमी तक पास लाने में किया गया कार्य कितना होगा?
द्रव की एक बड़ी बूँद को n छोटी-छोटी समान आकार की बूँदों में तोड़ने में किया गया कार्य …
द्रव की एक बड़ी बूँद को n छोटी-छोटी समान आकार की बूँदों में तोड़ने में किया गया कार्य किसके समानुपाती है?
द्वितीय जैन संगीति का कार्य धर्म ग्रंथों को अन्तिम रूप से संकलित कर लिपिबद्ध किया गया था।
द्विध्रुव को 180° घुमाने में कृत कार्य …
द्विध्रुव को 180° घुमाने में कृत कार्य क्या होगा?
द्विध्रुव को वैद्युत क्षेत्र में θ कोण पर घुमाने में किया गया कार्य ज्ञात करने का सूत्र …
पृष्ठ तनाव T वाले द्रव की किसी गोलाकार बूँद में 9 सेमी³ आयतन निहित है …
पृष्ठ तनाव T वाले द्रव की किसी गोलाकार बूँद में 9 सेमी³ आयतन निहित है। बूँद को 1000 छोटी-छोटी बूँदों में तोड़ा जाता है। तोड़ने में किया गया कार्य कितना होगा?
पेशीय संकुचन के द्वारा कौन-सा कार्य होता है?
प्रथम जैन संगीति का मुख्य कार्य 12 अंगों का प्रणयन, जैन धर्म का दो भागों में विभाजन था।
प्रसार के दौरान निकाय द्वारा किया गया कार्य कैसा होता है?
बैरी जे मार्शल ने ग्रेस्ट्राइटिस में किसके कार्य का वर्णन किया था?
यदि किसी साबुन के घोल से V आयतन का बुलबुला बनाने में W कार्य करना पड़ता है, तो उसी घोल से 2V आयतन का बुलबुला बनाने में किये गये कार्य का मान ∛4W होगा।
यदि साबुन के घोल का पृष्ठ तनाव T है, तो एक बुलबुले का D व्यास से 2D व्यास तक प्रसार करने में किया गया कार्य …
यान्त्रिक कार्य किसके द्वारा होता है?
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