असहयोग आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी जी ने ‘केसर-ए-हिन्द’ की उपाधि वापस कर दी थी।
ब्रिटिश सरकार ने महात्मा गांधी को ‘केसर-ए-हिन्द’ के सम्मान से सम्मानित किया था।