अलाउद्दीन खिलजी ने विश्व विजय एवं एक नवीन धर्म स्थापित करने का विचार दिल्ली के अलाउलमुल्क के कोतवाल के कहने पर त्याग दिया था।
खिलजी शासन में पुलिस विभाग का प्रमुख कोतवाल होता था।
दिल्ली सल्तनतकालीन में शहर की शांति व्यवस्था का सर्वोच्च अधिकारी कोतवाल होता था।
मुगल काल में सूबे की घटनाओं को कोतवाल नियंत्रित करता था।