कृष्ण यजुर्वेद के मंत्र छन्दबद्ध कहलाते हैं।
कृष्ण यजुर्वेद के वाक्य गद्यात्मक कहलाते हैं।
यजुर्वेद के दो भागों का नाम कृष्ण यजुर्वेद एवं शुक्ल यजुर्वेद है।