‘हुमायूँ जीवन भर लड़खड़ाता रहा और लड़खड़ाते हुए अपनी जान दी’ यह बात लेनपूल ने कही थी।
लेनपूल ने दारा शिकोह को ‘लघु अकबर’ कहा था।
लेनपूल ने दारा शिकोह को क्या कहा था?