अशोक के अधिकांश अभिलेख किस लिपि में लिखे गये हैं?
अशोक के अधिकांश अभिलेख ब्राह्मी लिपि में लिखे गये हैं।
अशोक के अधिकांश अभिलेख ब्राह्मी लिपि में हैं।
ईरानी आक्रमण के चलते पश्चिमोत्तर भारत में खरोष्ठी लिपि का प्रचार हुआ था।
ईरानी आक्रमण से आरमेइक लिपि का प्रचार हुआ था।
खरोष्ठि लिपि दाँये से बाँयी की ओर लिखी जाती है।
गुरुमुखी नामक नई लिपि किसने शुरु की थी?
गुरुमुखी नामक नई लिपि गुरु अंगद ने शुरु की थी।
जूनागढ़ अभिलेख किस लिपि में है?
जूनागढ़ अभिलेख ब्राह्मी लिपि में है।
तख्तेबही अभिलेख किस लिपि में लिखा गया था?
तख्तेबही अभिलेख खरोष्ठी लिपि में लिखा गया था।
दाँये से बाँयी ओर कौन सी लिपि लिखी जाती है?
दायें से बायें लिखी जाने वाली लिपि खरोष्ठी कहलाती थी।
नेपाली को ‘देवनागरी लिपि’ में लिखा जाता है।
पंजाबी को ‘गुरुमुखी लिपि’ में लिखा जाता है।
पंजाबी को किस लिपि में लिखा जाता है?
पश्चिमोत्तर प्रान्त से प्राप्त अशोक के अभिलेख खरोष्ठी लिपि में हैं।
फिलीपीसियन लोगों ने किस आधार पर लिपि एवं लिखावट का विकास किया था?
फिलीपीसियन लोगों ने वर्ण के आधार पर लिपि एवं लिखावट का विकास किया था।
बायें से दायें लिखी जाने वाली लिपि ब्राह्मी लिपि कहलाती है।
बायें से दाहिनी ओर कौन सी लिपि लिखी जाती है?
ब्राह्मी लिपि बायें से दाहिनी ओर लिखी जाती है।
भावचित्रात्मक लिपि दायीं से बायीं ओर लिखी जाती है।
मराठी को ‘देवनागरी लिपि’ में लिखा जाता है।
मौर्यकालीन शिलालेख एरागुड़ी किस लिपि में है?
मौर्यकालीन शिलालेख एरागुड़ी ब्राह्मी लिपि में है।
मौर्यकालीन शिलालेख कालसी किस लिपि में है?
मौर्यकालीन शिलालेख कालसी ब्राह्मी लिपि में है।
मौर्यकालीन शिलालेख गिरनार किस लिपि में है?
मौर्यकालीन शिलालेख गिरनार ब्राह्मी लिपि में है।
मौर्यकालीन शिलालेख जौगढ़ किस लिपि में है?
मौर्यकालीन शिलालेख जौगढ़ ब्राह्मी लिपि में है।
मौर्यकालीन शिलालेख धौली किस लिपि में है?
मौर्यकालीन शिलालेख धौली ब्राह्मी लिपि में है।
मौर्यकालीन शिलालेख मानसेहरा किस लिपि में है?
मौर्यकालीन शिलालेख मानसेहरा खरोष्ठी लिपि में है।
मौर्यकालीन शिलालेख शाहबाजगढ़ी किस लिपि में है?
मौर्यकालीन शिलालेख शाहबाजगढ़ी खरोष्ठी लिपि में है।
मौर्यकालीन शिलालेख सोपारा किस लिपि में है?
मौर्यकालीन शिलालेख सोपारा ब्राह्मी लिपि में है।
शेरशाह सूरी ने सिक्कों पर अपना नाम अरबी भाषा एवं देवनागरी लिपि में खुदवाया था।
शेरशाह सूरी ने सिक्कों पर अपना नाम किस भाषा एवं लिपि में खुदवाया था?
सातवाहनों की प्राकृत भाषा किस लिपि में थी?
सातवाहनों की प्राकृत भाषा ब्राह्मी लिपि में थी।
सिन्धु सभ्यता की लिपि भावचित्रात्मक लिपि है।
सिन्धुवासियों की लिपि चित्रात्मक थी।
हड़प्पा सभ्यता की लिपि क्या थी?
हड़प्पा सभ्यता की लिपि भावचित्रात्मक थी।
हिन्दी को ‘देवनागरी लिपि’ में लिखा जाता है।
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