‘शिलप्पादिकारम्’ तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
अश्वघोष द्वारा रचित बुद्धचरित तथा सौन्दरानन्द की रचना महाकाव्य है।
कुंडलकेशि’ (कुण्जलकेशि) तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
जीवक चिन्तामणि’ तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
तक्षशिला की स्थापना भरत के पुत्र तक्ष ने की, यह किस महाकाव्य से पता चलता है?
तक्षशिला की स्थापना भरत के पुत्र तक्ष ने की, यह रामायण महाकाव्य से पता चलता है।
तमिल साहित्य के किस महाकाव्य में कापालिक शैव संन्यासियों की चर्चा है?
तमिल साहित्य के पांच महाकाव्य कौन-कौन हैं?
तमिल साहित्य के पांच महाकाव्य शिलप्पादिकारम्, मणिमेखलै, जीवक चिन्तामणि, वलयपलि (बलयापदि) एवं कुंडलकेशि (कुण्जलकेशि) हैं।
तमिल साहित्य के पांच महाकाव्य हैं।
तमिल साहित्य के महाकाव्य जीवक चिन्तामणि के लेखक का क्या नाम था?
तमिल साहित्य के महाकाव्य शिलप्पादिकारम् के लेखक का क्या नाम था?
तमिल साहित्य के महाकाव्य शिलप्पादिकारम् के लेखक का नाम इलांगो आदिगल (बौद्ध) था।
मणिमेखलै’ तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
महाकाव्य का क्या नाम है?
महाकाव्य कितने प्रकार के होते है?
महाकाव्य दो प्रकार के होते है।
महाभारत एवं रामायण महाकाव्य हैं।
वलयपलि’ (बलयापदि) तमिल साहित्य का महाकाव्य है।
विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य कौन सा है?
विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य महाभारत है।
शिल्प्पादिकारम् महाकाव्य में किस प्रकार की कथा है?
शिल्प्पादिकारम् महाकाव्य में प्रेम कथा है।
संगमयुगीन ललितकला के विकास का किस महाकाव्य में उल्लेख है?
संगमयुगीन ललितकला के विकास का मणिमेखलै महाकाव्य में उल्लेख है।