जैन धर्म के तीर्थंकर महावीर (चौबीसवें) का प्रतीक चिन्ह सिंह था।
भगवती सूत्र जैन ग्रंथ में महावीर के जीवन-कृत्यों तथा अन्य समकालिकों के साथ उनके संबंधों का विवरण मिलता है।
महावीर पुनर्जन्म एवं कर्मवाद में विश्वास करते थे।
श्वेताम्बर अनुश्रुति के अनुसार महावीर की मृत्यु के 140 वर्ष बाद सभा आयोजित हुई थी।
श्वेताम्बर अनुश्रुति के अनुसार महावीर की मृत्यु के कितने वर्ष बाद सभा आयोजित हुई थी?