Rh-कारक केवल मनुष्यों एवं रीसस बन्दरों में पाया जाता है।
Rhˉ मनुष्य किसे कहते है?
अग्रातिकायता मनुष्यों में वृद्धि काल के दौरान पिट्यूटरी गन्थि द्वारा वृद्धि हॉर्मोन के अधिक स्त्रावित होने के कारण होने वाला रोग है।
एक स्वस्थ मनुष्य का रूधिर कैसा होता है?
एक स्वस्थ मनुष्य का रूधिर हल्का क्षारीय होता है।
एड्स का विषाणु बन्दरों से मनुष्यों में पहुँचा था।
एण्टअमीबा कोलाई मनुष्य की आंत्र में पाया जाता है।
एथिरोकाठिन्य मनुष्यों के परिसंचरण तन्त्र में होने वाला रोग है …
एनोक्सिया मनुष्यों में होने वाला एक श्वसन विकार है जो शरीर में उपस्थित ऊतकों में ऑक्सीजन की कमी के कारण होता है।
एल्सायोनियम को मृत मनुष्य की अंगुलियाँ कहा जाता है।
ऐस्कैरिऐसिस मनुष्यों में होने वाला एक रोग है जो ऐस्कैरिस द्वारा उत्पन्न होता है।
ऐस्कैरिस के लारवा का प्रथम निर्मोचन मनुष्य की आंत्र में होता है।
ओजोन गैस की रिक्तिता के कारण मनुष्य के शरीर में प्रतिरक्षण क्षमता का ह्रास हो जायेगा।
ओरियन्टल सोर रोग का प्रथम पोषक मनुष्य एवं अन्य स्तनधारी है।
किस गैस की रिक्तिता के कारण मनुष्य के शरीर में प्रतिरक्षण क्षमता का ह्रास हो जायेगा?
किस युग में मनुष्य अपने खाद्य सामग्री को भविष्य के लिए सुरक्षित रखने लगा था?
कृत्रिम अवऑक्सीयता रोग मनुष्यों में होने वाला एक श्वसनी विकार है जिसे कृत्रिम हाइपोक्सिया भी कहा जाता है। कृत्रिम अवऑक्सीयता रोग वायु में ऑक्सीजन की कमी के कारण होता है।
कॉपर की मात्रा अधिक होने पर मनुष्य में विल्सन रोग होता है।
ग्रेसिलेरिया एक लाल शैवाल है जिससे अगार-अगार नामक कोलाइडी पदार्थ प्राप्त किया जाता है …
ग्लोसिना पैल्पेलिस के कारण मनुष्य में निद्रा रोग होता है।
ग्लोसिना पैल्पेलिस मनुष्य में ट्रिपैनोसोमा गैम्बिएन्स का वाहक है।
जरायुज (Vivipara) अरस्तु के अनुसार इनैइमा का एक उपसमुह है जिनमें उन कशेरूकी प्राणियों को रखा गया है जो अंडे देने के बजाय जीवित बच्चों को जन्म देते है।
जलवायु के कारक मनुष्य पर किस प्रकार का प्रभाव डालते हैं?
जलवायु के कारक मनुष्य पर व्यापक एवं विशिष्ट प्रभाव डालते हैं।
जीवाणुओं द्वारा मनुष्य में होने वाले प्रमुख रोग …
टाइलिन एन्जाइम मनुष्य की लार में पाया जाता है।
डिस्प्निया रोग मनुष्यों में होने वाला एक श्वसनी विकार है जिससे ग्रस्त व्यक्ति की साँस दर्द से भरी होती है।
नव पाषाण युग के मनुष्य बाद में किन-किन पशुओं को पालना प्रारम्भ किये थे?
नव पाषाण युग में मनुष्य अपने खाद्य सामग्री को भविष्य के लिए सुरक्षित रखने लगा था।
पर्यावरण प्रदूषण का कारण मनुष्य है।
पाइलोरिक मनुष्य के शरीर में उपस्थित आमाश्य का दूरस्थ भाग है।
पूर्व पाषाण काल के अंत में मनुष्य अपने शरीर को किस प्रकार ढकते थे?
पूर्व पाषाण काल के अंत में मनुष्य अपने शरीर को वृक्ष की छालों से, वृक्ष के पत्तों से एवं पशुओं की खाल से शरीर को ढकते थे।
पूर्व पाषाण काल के प्रारम्भ में मनुष्य किस अवस्था में रहते थे?
पूर्व पाषाण काल के प्रारम्भ में मनुष्य नग्न अवस्था में रहते थे।
पेलाग्रा रोग …
प्रागैतिहासिक काल मे मनुष्य द्वारा घटनाओं का कोई लिखित विवरण उद्धृत नहीं है।
प्रोस्टाग्लैन्डिन हॉर्मोन की खोज सबसे नर मनुष्यों के वीर्य में हुई थी।
प्रौद्योगिकी पर्यावरण में मनुष्य किसकी सहायता से नियंत्रण करता है?
प्रौद्योगिकी पर्यावरण में मनुष्य किसकी सहायता से संशोधन करता है?
प्लाज्मोडियम के दो पोषक होते है।
बेलेण्टीडियम कोलाई मनुष्य की छोटी आंत्र में पाया जाता है।
भारत में मनुष्य सम्बन्धित सबसे पहला प्रमाण नर्मदा घाटी से मिला है।
मध्य पाषाण काल में मनुष्य शिकार के अलावा किस पर निर्भर हो गया था?
मध्य पाषाण काल में मनुष्य शिकार के अलावा कृषि पर निर्भर हो गया था।
मनुष्य एक मिनट में 12 से 15 बार साँस लेता है।
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