चर्म रोग से बचने के लिए माँस, अनाज, मूँगफली, चॉकलेट, टमाटर एवं गन्ने आदि का सेवन करना चाहिए।
पैन्टोथीनिक अम्ल की पूर्ती के लिए जिगर, माँस, दूध, टमाटर, मूँगफली, गन्ने एवं अण्डे आदि का सेवन करना चाहिए।
पैन्टोथीनिक अम्ल के स्त्रोत जिगर, माँस, दूध, टमाटर, मूँगफली एवं अण्डे आदि है।
बायोटिन की पूर्ती के लिए माँस, गेहूँ, मूँगफली, चॉकलेट, सब्जी, फल, यीस्ट एवं अण्डे आदि का सेवन करना चाहिए।
बायोटिन के स्त्रोत माँस, गेहूँ, मूँगफली, चॉकलेट, सब्जी, फल, यीस्ट एवं अण्डे आदि है।
भारत में मूँगफली उत्पादन में तृतीय राज्य तमिलनाडु है।
भारत में मूँगफली उत्पादन में द्वितीय राज्य आंध्र प्रदेश है।
भारत में मूँगफली उत्पादन में प्रथम राज्य गुजरात है।
मूंगफली (Groundnut) का वानस्पतिक नाम ‘एरैकिस हाइपोजिया’ है।
मूंगफली (Groundnut) का वानस्पतिक नाम क्या है?
मूंगफली उत्पादन में गुजरात राज्य अग्रणी है।
मूँगफली उत्पादन में चतुर्थ देश अमेरिका है।
मूँगफली उत्पादन में तृतीय देश नाइजीरिया है।
मूँगफली उत्पादन में द्वितीय देश भारत है।
मूँगफली उत्पादन में प्रथम देश चीन है।
मूँगफली की गिरी से क्या बनाया जाता है?
मूँगफली के गिरी से वनस्पति घी बनाया जाता है।
मूँगफली में 30 से 55 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट्स पाया जाता है।
मूँगफली में 5 से 25 प्रतिशत प्रोटीन पाया जाता है।
मूँगफली में 50 प्रतिशत तक वसा पायी जाती है।
मूँगफली में कितने प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट्स पाया जाता है?
मूँगफली में कितने प्रतिशत प्रोटीन पाया जाता है?
मूँगफली में कितने प्रतिशत वसा पायी जाती है?
मूंगफली में होने वाले ‘टिक्का रोग’ के लिए उत्तरदायी कवक कौन है?
मूंगफली में होने वाले ‘टिक्का रोग’ के लिए उत्तरदायी कवक सर्कोस्पोरा पर्सोनेटा है।
वनस्पति घी मूँगफली के गिरी से बनाया जाता है।
विटामिन-B5 की पूर्ती के लिए जिगर, माँस, दूध, टमाटर, मूँगफली, गन्ने एवं अण्डे आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन-H की पूर्ती के लिए माँस, गेहूँ, मूँगफली, चॉकलेट, सब्जी, फल, यीस्ट एवं अण्डे आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन-H के स्त्रोत माँस, गेहूँ, मूँगफली, चॉकलेट, सब्जी, फल, यीस्ट एवं अण्डे आदि है।