कबीर दास जी ने ‘मूर्ति-पूजा’ के सिद्धांत को स्वीकार नहीं किया था।
कबीर दास जी ने जाति-प्रथा, मूर्ति-पूजा एवं अवतार सिद्धांत को स्वीकार नहीं किये थे।
किन दोनों आंदोलनों ने ही मूर्ति पूजा को नकारा है?
भक्ति और सूफी दोनो आंदोलनों ने ही मूर्ति पूजा को नकारा है।
हीनयान सम्प्रदाय के लोग मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करते है।