‘नेहरू रिपोर्ट’ पर मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने 14 मांगों का प्रपत्र जारी किया था।
‘नेहरू रिपोर्ट’ पर मुहम्मद अली जिन्ना द्वारा 14 मांगों के प्रपत्र को ‘जिन्ना का चौदह सूत्रीय फार्मूला’ कहा जाता है।
‘वेवेल योजना’ में मुहम्मद अली जिन्ना का क्या मत था?
‘वेवेल योजना’ में मुहम्मद अली जिन्ना का वायसराय की कार्यकारिणी में सभी मुस्लिम सदस्य मुस्लिम लीग से ही चुने जायें मत था।
‘वेवेल योजना’ में मुहम्मद अली जिन्ना के मत को किसने अस्वीकार कर दिया था?
‘वेवेल योजना’ में मुहम्मद अली जिन्ना के मत को लॉर्ड वेवेल ने अस्वीकार कर दिया था।
कांग्रेस और मुस्लिम लीग का संयुक्त अधिवेशन 1915 ई० में मुहम्मद अली जिन्ना के व्यक्तिगत प्रयास से हुआ था।
नेहरू रिपोर्ट पर मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने कितने मांगों का प्रपत्र जारी किया था?
नेहरू रिपोर्ट पर मुहम्मद अली जिन्ना द्वारा 14 मांगों के प्रपत्र को क्या कहा जाता है?
पाकिस्तान के प्रथम गवर्नर जनरल मुहम्मद अली जिन्ना थे।
प्रथम गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने वाले भारतीय राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता तेज बहादुर सप्रु, मुहम्मद अली, मुहम्मद शफी, आगा खाँ, फजलूल हक, मुहम्मद अली जिन्ना, होमी मोदी, एम. आर. जयकर, मुंजे, भीमराव अम्बेडकर, सुन्दर सिंह मजीठिया आदि थे।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एवं मुस्लिम लीग के समझौते में मुहम्मद अली जिन्ना एवं बाल गंगाधर तिलक ने भूमिका निभाई थी।
मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने नेहरू रिपोर्ट को मुसलमानों को कौन सी सुविधा न दिए जाने के कारण अस्वीकार किया था?
मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना ने नेहरू रिपोर्ट को मुसलमानों को प्रथम निर्वाचक मण्डल की सुविधा न दिए जाने के कारण अस्वीकार किया था।
मुस्लिम लीग के लाहौर अधिवेशन (22-23 मार्च, 1940 ई०) की अध्यक्षता मुहम्मद अली जिन्ना ने की थी।
मुहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान के प्रथम गवर्नर जनरल 14 अगस्त, 1947 ई० को बने थे।
मुहम्मद अली जिन्ना पाकिस्तान के प्रथम गवर्नर जनरल कब बने थे?
लखनऊ (1928 ई०) के सर्वदलीय सम्मेलन में नेहरू रिपोर्ट को मुहम्मद अली जिन्ना ने अस्वीकार कर दिया था।